नई दिल्ली. ग्लोबल मार्केट से मिले निगेटिव संकेतों की वजह से शेयर बाजार में इस हफ्ते लगातार दूसरे दिन मंगलवार को भारी गिरावट देखी गई। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 1274 प्वाइंट्स लुढ़कर 33482.81 पर खुला। वहीं, निफ्टी में 390 प्वाइंट्स की गिरावट के साथ 10,276.30 पर नजर आया। इससे निवेशकों के करीब 5 लाख करोड़ रुपए डूब गए। इस हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सोमवार को भी बाजार में गिरावट में देखी गई थी। पहले यह कहा गया कि यह गिरावट लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगने की वजह से है। इस पर खुद फाइनेंस सेक्रेटरी हसमुख अढिया ने सफाई दी और कहा- गिरावट के लिए ग्लोबल मार्केट में आई कमजोरी जिम्मेदार है ना कि टैक्स।
निवेशकों के करीब 5 लाख करोड़ रुपए डूबे
- शुरुआती कारोबार में लार्ज कैप शेयरों के साथ मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी बिकवाली देखने को मिल रही है। इस वजह से बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 3.54% टूट गया, मिडकैप शेयरों में वक्रांगी, अडानी पावर, एनबीसीसी, टोरेंट पावर, रिलायंस इंफ्रा, पेज इंडस्ट्रीज, एमएंडएम फाइनेंस, टीवीएस मोटर्स, वर्लपूल, मुथुट फाइनेंस, सेल, जीएमआर इंफ्रा 9.99-4.70% तक टूटे।
- इस वजह से कुछ ही वक्त में निवेशकों के करीब 5 लाख करोड़ रुपए डूब गए। सोमवार को बीएसई पर लिस्टेड कुल कंपनियों का मार्केट कैप 1,47,95,747 करोड़ रुपए था। वहीं, मंगलवार को सेंसेक्स 1200 अंक गिरकर खुला। इतनी बड़ी गिरावट के बाद निवेशकों के 4,80,927 करोड़ रुपए डूब गए।
बाजार के गिरने की वजह क्या है?
1) एशियाई बाजारों में बड़ी गिरावट
- अमेरिकी बाजारों में भारी गिरावट का असर एशियाई बाजारों पर देखने को मिल रहा है। मंगलवार को जापान का बाजार निक्केई 1196 अंक यानी 5.27% की गिरावट के साथ 21,486 अंक पर कारोबार कर रहा है। हैंगसेंग 1385 गिरकर 30,861 प्वाइंट्स पर कारोबार कर रहा है। वहीं, एसजीएक्स निफ्टी 370 अंक लुढ़ककर 10,326 अंक पर कारोबार कर रहा है।
- कोरियाई बाजार का इंडेक्स कोस्पी 1.33% की गिरावट के साथ 2492 अंक पर कारोबार कर रहा है, जबकि ताइवान इंडेक्स 510 अंक की गिरावट के साथ 10,435 अंक पर कारोबार कर रहा है।
- शंघाई कम्पोजिट में 2.14% की कमजोरी है। वहीं स्ट्रेट्स टाइम्स 112 अंक टूटकर 3371 अंक पर कारोबार कर रहा है।
2) अमेरिकी बाजारों में 6 साल की सबसे बड़ी गिरावट
- सोमवार को अमेरिकी बाजारों में 6 साल की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई। इस गिरावट ने बीते एक साल की बढ़त गंवा दी है। महंगे बॉन्ड यील्ड ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है। बिकवाली के दबाव में अमेरिकी बाजारों का एसएंडपी 500 इंडेक्स और डाओ जोंस इंडस्ट्रीयल इंडेक्स 4 फीसदी से ज्यादा टूट गए हैं। अमेरिकी बाजार अपने हाई से 7% से ज्यादा गिर चुके हैं।
- अमेरिका में बॉन्ड यील्ड 2.88% तक पहुंच गई है। बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी से सोमवार के कारोबार में भारी बिकवाली देखने को मिली। जिससे डाओ जोंस 1175 अंक यानी 4.60% की बड़ी गिरावट के साथ 24,346 अंक पर बंद हुआ। एक समय डाओ जोंस 1600 अंक टूट गया था। वहीं, एसएंडपी 500 इंडेक्स 113 अंक यानी 4.10% लुढ़ककर 2,649 अंक पर बंद हुआ, जबकि नैस्डैक कम्पोजिट 273 अंक यानी 3.78% टूटकर 6,968 अंक पर बंद हुआ।
इंडिया VIX इंडेक्स 35.83% बढ़ा
- स्टॉक मार्केट के इंडिया वोलैटिलिटी इंडेक्स (विक्स) में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। मंगलवार के कारोबार में इंडेक्स 35.83 फीसदी बढ़कर 23.1575 के लेवल पर पहुंच गया है। वोलैटिलिटी इंडेक्स के क्रूसियल लेवल पर पहुंचने से मार्केट में और उतार-चढ़ाव की संभावना बढ़ गई है।
- इंडिया वोलैटिलिटी इंडेक्स यानी विक्स नियर टर्म में उतार-चढ़ाव को लेकर मार्केट के अनुमान को बताता है। हाई विक्स से संकेत मिलता है कि मार्केट नियर टर्म में उतार-चढ़ाव देख सकता है। वहीं, लोअर विक्स से उतार-चढ़ाव कम होने के संकेत मिलते हैं।
आम बजट के बाद बाजार का हाल
- आम बजट 1 फरवरी को आया था। उसके बाद शेयर बाजार में अब तक 4 दिन ट्रेडिंग हुई। चारों दिन बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ।
01 फरवरी: सेंसेक्स 35906 (-59 अंक) और निफ्टी 11010 (-10 अंक) पर बंद हुआ।
02 फरवरी: सेंसेक्स 35,067 (-840 अंक) और निफ्टी 10,761 (-256 अंक ) पर बंद हुआ।
05 फरवरी: सेंसेक्स 34,757 ( -310 अंक) और निफ्टी 10,667 ( - 94 अंक) पर बंद हुआ।
रुपया 29 पैसे गिरकर खुला
- हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन मंगलवार को रुपए की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। डॉलर के मुकाबले रुपया 29 पैसे गिरकर 64.35 के स्तर पर खुला। वहीं, सोमवार को रुपया बिना किसी बदलाव के 64.06 के स्तर पर बंद हुआ था।