स्टूडेंट्स को मैथेमेटिक्स से सबसे ज्यादा डर लगता है। यही एक सब्जेक्ट है, जिसमें छात्र गच्चा खा जाते हैं। कई बार यदि सही सरीके से तैयारी नहीं की गई, तो ब्रिलियंट छात्रों का पेपर भी बिगड़ जाता है। ऐसे में छात्रों के पास एक ही ऑप्शन होता है, वह ये कि इस सब्जेक्ट की तैयारी पूरी प्लानिंग और सही तरीके से करें। यहां हम 12वीं के कुछ टॉपर्स स्टूडेंट्स से बातचीत करके कुछ टॉपर्स सीक्रेट हासिल किए हैं, जो आपके बहुत आ सकते हैं। यदि आप इन सीके्रट्स बातों को ध्यान में रखकर एग्जाम की तैयारी करते हैं, तो यकीनन आपको टॉपर बनने से कोई नहीं रोक सकता है। तो आइए जानते हैं कि १२वीं एग्जाम के लिए मैथ्स की कैसे करें तैयारी....
एनसीआरटीई बुक पर पूरा फोकस जरूरी...
गणित की परीक्षा की तैयारी करने के लिए एनसीईआरटीई की गणित की पार्ट 1 और पार्ट 2 बुक का अभ्यास करना बेहद जरूरी है। बोर्ड एग्जाम में आने वाले पेपर के लिए एनसीआरटीई की बुक सबसे अच्छी मानी जाती है, क्योंकि इससे सभी टॉपिक को बेहतर और आसान तरीके से समझा जा सकता है। ध्यान रखें कि ज्यादा किताबों का इस्तेमाल करने से कंफ्यूजन हो सकता है इसलिए किताबों की संख्या सीमित रखें।
हर चैप्टर खास होता है..
एग्जाम में मैथ्स के सभी चैप्टरों की वेटेज अलग-अलग होती है। पहली बार पढ़ते समय सभी चैप्टरों को समान अहमियत दें। सबसे पहले सभी चैप्टरों के कॉन्सेप्ट को समझने की कोशिश करें। एक-एक चैप्टर अच्छी तरह से रीड करें, उसके बाद उससे संबंधित सभी प्रश्नों का अभ्यास करें। दूसरी किताबों में उस चैप्टर से संबंधित प्रश्नों का भी अभ्यास करें। जब सभी चैप्टर पूरे हो जाएं तब पिछले साल के सीबीएसई के प्रश्नपत्रों का अभ्यास करें।
पुराने क्वेश्चन पेपर्स को सॉल्व करें...
परीक्षा से ठीक पहले सीबीएसई के पुराने प्रश्नपत्रों का अभ्यास करने से पढ़ी हुई चीजें देर तक जेहन में रहती हैं। पुराने प्रश्नपत्रों के सेट हल करने से न सिर्फ विभिन्न चैप्टरों के माक्र्स वेटेज का पता चलता है, बल्कि विभिन्न चैप्टरों से पूछे जाने वाले सवाल का पैटर्न भी पता चलता है। सीबीएसई के प्रश्नपत्रों के पैटर्न में ज्यादा बदलाव नहीं होता।
कैलकुलस पर ज्यादा ध्यान दें
एक बार सारे चैप्टरों का पूरा अभ्यास करने के बाद कैलकुलस पर ज्यादा ध्यान दें, क्योंकि प्रश्नपत्र में कैलकुलस का माक्र्स वेटेज ज्यादा होता है। इसके साथ ही प्रोबैबलिटी चैप्टर का भी गहराई से अध्ययन करें, क्योंकि ये ज्यादा वेटेज वाले टॉपिक हैं। सीबीएसई बोर्ड सैंपल पेपर हल करने का अभ्यास करने से परीक्षा में टाइम मैनेजमेंट करने में भी आसानी होती है।
विस्तार से प्रश्नों का जवाब दें
परीक्षा में प्रश्न पत्र हल करते समय अपने सभी जवाब विस्तारपूर्वक दें। इससे परीक्षक को पेपर चेक करने में आसानी होती है। प्रूफ वाले सवाल हल करते समय हर पॉइंट और स्टेप को विस्तार से लिखें। बीच के स्टेप न भूलें,क्योंकि इससे माक्र्स कट सकते हैं। हर एक स्टेप लिखना बेहद जरूरी है।